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मिल कर हराएंगे डेंगू-मलेरिया- ब्रजेश पाठक

मिल कर हराएंगे डेंगू-मलेरिया- ब्रजेश पाठक

डिप्टी सीएम ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया, 2554 नई एंबुलेंस आमजन को कीं समर्पित

कहा, संयुक्त प्रयास से बीमारियों पर काबू पाएंगे, 2107 के बाद बदला स्वास्थ्य विभाग का स्वरूप, मिल रहा इलाज




लखनऊ। 01 अप्रैल  डेंगू-मलेरिया व मच्छर जनित अन्य बीमारियों को हम मिलकर हराएंगे। संयुक्त प्रयास से इन बीमारियों पर काबू पाएंगे। वर्ष 2017 से पहले स्वास्थ्य विभाग की क्या स्थिति थी, यह किसी से छिपी नहीं है। आज हम आमजन को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। यह कहना है प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का। उन्होंने मंगलवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के प्रथम चरण का शुभारंभ किया। 

राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (इंदिरा नगर) में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ एवं नई एंबुलेंसों के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। डेंगू, मलेरिया, जैपनीज इंसेफेलाइटिस, दिमागी बुखार जैसे रोगों पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार द्वारा यह विशेष अभियान आयोजित किया जाता है। उन्होंने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग सहित 13 विभागों द्वारा संयुक्त रूप से यह अभियान संचालित होता है। इस अभियान के चलते पूर्वांचल में दिमागी बुखार के अभिशाप से मुक्ति मिली एवं प्रदेश में अन्य संचारी रोगों पर भी रोकथाम हुई। 

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कार्पोरेशन लिमिटेड के माध्यम से जो 2554 नई एंबुलेंस खरीदी गई हैं, यह विश्व में सबसे बड़ा एंबुलेंस क्रय है। सरकार की एंबुलेंस सेवा के माध्यम से प्रदेश में औसतन रोजाना 16,703 मरीजों को सहायता प्रदान की जा रही है। गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और पांच साल तक के बच्चों को मुफ्त में एंबुलेंस सेवा प्रदान की जाती है। 

30 अप्रैल तक चलेगा विशेष अभियान

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि आज से (एक अप्रैल से 30 अप्रैल) एक माह तक विशेष संचारी रोग अभियान का प्रथम चरण एवं दस अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलने वाले दस्तक अभियान की शुरुआत हुई है। वर्ष 2017 की तुलना में एईएस (एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम) रोगियों की मृत्यु दर में 98 प्रतिशत एवं जेई यानि जापानी इंसेफेलाइटिस के रोगियों की मृत्यु दर में 97 प्रतिशत की कमी आई है। 2017 के बाद से स्वास्थ्य सुविधाओं में निरंतर सुधार के चलते डेंगू रोग से मृत्यु दर 0.91 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2024 में 0.06 हुई है। डेंगू रोग की मृत्यु दर में भी 93 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं, मलेरिया रोग के कुल केसेज में 58 फीसदी की कमी आई है। मलेरिया जांचों में 6.12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 

एंबुलेंस का औसतन रिस्पांस टाइम घटा

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि वर्ष 2017 से पूर्व 108 एंबुलेंस का औसतन रिस्पांस टाइम 16.40 मिनट था, जो अब घटकर वर्तमान में 7.7 मिनट हो गया है। वहीं, वर्ष 2017 में 102 एंबुलेंस का औसतन रिस्पांस टाइम 9.5 मिनट था, जो अब घटकर वर्तमान में 6.25 मिनट हो गया। एंबुलेंस के सबसे कम रिस्पांस टाइम में यूपी देश में पहले नंबर पर है। इससे लाखों मरीजों की जान बचाई गई है।

इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा एवं सदस्य विधान परिषद संतोष सिंह, सदस्य विधान परिषद मुकेश शर्मा, सदस्य विधान परिषद रामचंद्र प्रधान, सदस्य विधान परिषद पवन सिंह चौहान, विधायक लखनऊ उत्तर विधानसभा क्षेत्र नीरज बोरा, विधायक लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र ओ०पी० श्रीवास्तव, सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण रितु महेश्वरी, मिशन निदेशक, एन०एच०एम० डॉ० पिंकी जोएल, डी०जी० हेल्थ डॉ० रतन पाल सिंह सुमन, महानिदेशक प्रशिक्षण डॉ० पवन कुमार अरुण, अपर निदेशक, लखनऊ डॉ० जी०पी० गुप्ता, सी०एम०ओ०, लखनऊ डॉ० एन०बी० सिंह व अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।


*डायग्नोस्टिक सेंटर के लाइसेंस के लिए मांगी घूस, डिप्टी सीएमओ निलंबित*

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर बाराबंकी के मुख्य विकास अधिकारी व उप जिलाधिकारी ने की जांच

निलंबित बाराबंकी के डिप्टी सीएमओ मण्डलीय अपर निदेशक कार्यालय से सम्बद्ध

अम्बेडकर नगर के डॉक्टर भी निलंबित, लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे बरसाना सीएचसी के डॉक्टर को एक माह का नोटिस देकर बर्खास्त करने की संस्तुति 

लखनऊ। 28 मार्च बाराबंकी में डायग्नोस्टिक सेन्टर का लाइसेंस जारी करने की एवज में घूस मांगने के आरोप में डिप्टी सीएमओ और पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित को निलंबित कर दिया गया है। घूस मांगने से संबंधी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। 

बाराबंकी के जिलाधिकारी ने जांच बैठाई और मुख्य विकास अधिकारी व उपजिलाधिकारी की संयुक्त टीम से जांच कराई। कमेटी की रिपोर्ट में डॉ. राजीव दोषी पाए गए हैं। इस रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ डॉ. राजीव दीक्षित को निलम्बित कर दिया गया है। उन्हें मण्डलीय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यालय से सम्बद्ध करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा को दिए हैं।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि डॉ. राजीव दीक्षित के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही भी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में सीएमओ डॉ. अवधेश कुमार यादव द्वारा कार्यालय में नियंत्रण न रख पाने एवं प्रशासनिक दायित्वों में लापरवाही बरतने पर विभागीय कार्यवाही किए जाने के निर्देश प्रमुख सचिव को दिए गए हैं।


*इन पर भी गिरी गाज*

अम्बेडकर नगर के बेवाना सीएचसी में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. इन्द्रेश यादव पर असामाजिक कृत्य में लिप्त होने के आरोप लगे। डिप्टी सीएम के निर्देश पर डॉ. इन्द्रेश यादव को निलम्बित कर दिया गया है। वहीं, हमीरपुर जिला चिकित्सालय में नेत्र सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिंह द्वारा रोगी को गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने के आरोप लगे। शिकायत के बाद डॉ. अनिल से स्पष्टीकरण मांगा गया है। मथुरा स्थित बरसाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात जनरल सर्जन डॉ. धनंजय द्विवेदी बिना बताए ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर हैं। शिकायत के बाद डॉ. धनंजय को एक माह की नोटिस देकर बर्खास्त किए जाने के निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार को दिए गए हैं। उधर, मथुरा जिला चिकित्सालय में तैनात दंत सर्जन डॉ. संदीप फौजदार द्वारा लम्बे समय से अनधिकृत रहने के मामले में विभागीय कार्यवाही संस्थित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

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