*एम्बुलेंस में मरीज की मौत, डिप्टी सीएम ने बैठाई जांच*
बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारी से जवाब तलब, दो दिन में देना होगा नोटिस का जवाब
लखनऊ। 19 मई
एम्बुलेंस में मरीज की मौत के मामले की जांच होगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना को गंभीरता से लिया है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक को जाँच के निर्देश दिए हैं। घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व कर्मचारियों से जवाब-तलब किया है। दो दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
निगोहां में रहने वाले 60 वर्षीय जयराम हमले में जख्मी हो गए थे। परिजन मरीज को लेकर रायबरेली रोड स्थित पीजीआई एपैक्स ट्रॉमा सेंटर ले गए थे। डॉक्टरों ने मरीज को देखा। प्राथमिक इलाज के तहत नाक में नली डाल दी। मरीज को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ले जाने की सलाह दी थी। परिजन निजी एम्बुलेंस से मरीज को लेकर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे गए थे। आरोप हैं कि यहां डॉक्टर ने मरीज को भर्ती करने के बजाए रेफरल पेपर माँगा। परिजन कागज में उलझ गये। करीब आधे घंटे तक मरीज भीषण गर्मी में एम्बुलेंस में लेटे रहे। ऑक्सीजन सपोर्ट के बावजूद रोगी को सांस लेने में तकलीफ बढ़ती जा रही थी। परिजन रोगी को लेकर ट्रॉमा सेंटर जा रहे थे। रास्ते में रोगी की मृत्यु हो गई थी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि घटना बेहद संवेदनशील है। डॉक्टर-कर्मचारियों ने घोर लापरवाही बरती है। अस्पताल के निदेशक को पूरे प्रकरण की जाँच कराने के निर्देश दिये गये हैं। यदि जाँच में इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर और कर्मचारियों की लापरवाही उजागर होती है कठोर कार्रवाई की जायेगी। यदि कार्रवाई शासन स्तर से होनी है तो उसका प्रस्ताव भेजे। मरीजों के इलाज में लापरवाही किसी भी दशा में बरदास्त नहीं की जायेगी।
*सरकार की छवि धूमिल करने वाले नपेंगे*
डिप्टी सीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार लगातार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए कदम उठा रही है। सरकार की छवि खराब करने वाले डॉक्टर व कर्मचारी व अन्य अधिकारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जायेगा। कठोर कार्रवाई की जाएगी।
REPORT--aamir rizvi 9335280142

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