बुखार हो तो पाले नहीं तुरन्त अस्पताल जाकर उपचार करायेंः उप मुख्यमंत्री
चन्दर नगर, आलमबाग, स्थित-50 शैय्यायुक्त संयुक्त चिकित्सालय जनता को समर्पित
प्रदेश के अन्य जनपदो की नवीन चिकित्सा इकाईयां भी जनता को समर्पित
27 नवम्बर 2023 लखनऊ ।
चन्दर नगर, आलमबाग के 50 शैय्यायुक्त संयुक्त चिकित्सालय का सोमवार को उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने उद्घाटन किया।
इसके साथ ही उन्होंने उन्नाव ब्लाॅक-बीघापुर में 100 शैय्या चिकित्सालय, बिजनौर धामपुर में 100 शैय्या चिकित्सालय, चित्रकूट के खोह में 200 शैय्या युक्त एम0सी0एच0 विंग, जनपद कन्नौज में 02 सी0एच0सी0 उर्मदा एवं समधन, उन्नाव की रसूलपुर एवं शमली की जसाला तथा हापुड़ की सिखैड़ा सी0एच0सी0 को वीडियो कान्फ्रेन्सिंग द्वारा लोकार्पण एवं जनता को समर्पित किया।
उप मुख्यमंत्री श्री पाठक ने कहा कि प्रदेश की सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यापक सुधार लाने के लिये कटिबद्ध है। सरकार की मंशा है कि स्वास्थ्य की सेवायें हर व्यक्ति तक पहुॅचे। उन्होंने कहा कि 50 बेड के इस चिकित्सालय का पूर्ण से उपयोग करें। यह अस्पताल राजकीय निर्माण निगम के सहयोग से बना है। इसके साथ ही उपस्थित जनता को हिदायत है कि बुखार हो तो पाले नहीं, तत्काल अस्पताल आयें और चिकित्सक से जाॅच एंव उपचार करायें।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5.45 लाख से अधिक रोगियों को खोजकर देश में पहचान कर प्रथम स्थान बनाया जो कि देश के कुल टी0बी0 मरीजों का 25 प्रतिशत है। उन्होंने टी0बी0 कार्यक्रमों को सराहा और उत्कृष्ठ कार्य करने वाले जिलो को भी सम्मानित किया गया। वर्ष 2023 में टी0बी0 केस में 85 प्रतिषत ज्यादा कमी लाने वाले जनपदों एटा, सम्भल, षामली को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया, इन जिलों द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त किया गया। इसके अलावा वर्श 2022 में 40 प्रतिशत कमी लाने वाले जिलो जालौन, पीलीभीत एवं मुजफरनगर को रजत पदक तथा, 20 प्रतिशत कमी लाने वाले जिलो बलरामपुर, हापुड़ कौषाम्बी, उन्नाव एवं सोनभद्र कांस्य पद देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर स्वास्थ्य सचिव, श्री रंजन कुमार जी द्वारा डिजीटल मषीन की उपयोगिता एवं टेली कन्सलटेशन उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर अन्य जिले वीडियो कान्फ्रेन्सिग से जुड़े रहे।
इस मौके पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 11 लाभार्थियों को उप मुख्यमंत्री द्वारा आयुश्मान कार्ड का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में स्वास्थ्य महानिदेषक, डा0 दीपा त्यागी द्वारा सभी का धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित किया गया।
इस अवसर पर परिवार कल्याण, महानिदेशक-डा0 बृजेष राठौर, महानिदेषक प्रषिक्षण-डा0 शैलेष श्रीवास्तव, निदेशक चिकित्सा उपचार-डा0 के0एन0 तिवारी, स्टेट टयूबरकुलोसिस आफिसर- डा0 षैलेन्द्र भट्नागर, कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी-डा0 बी0एन0 यादव, भाजपा युवा नेता- श्री नीरज सिंह, 50 शैय्यायुक्त संयुक्त चिकित्सालय, चन्दर नगर, आलमबाग, लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक- डा0 ए0के0 सिंघल, चिकित्सा अधीक्षक- डा0 अनिल कुमार दीक्षित एवं समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी- डा0 ए0पी0 सिंह, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी-डा0 के0डी0 मिश्रा, जिला स्वास्थ्य एवं षिक्षा अधिकारी-श्री योगेष रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक-श्री सतीश यादव सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी, विष्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, सेण्टर फाॅर एडवोकेशी एण्ड रिसर्च के प्रतिनिधि मौजूद थे।
टीबी मरीजों के ठीक होने की दर में इजाफा
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बेहतर काम करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया
लखनऊ। 27 नवम्बर
टीबी को खत्म करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए टीबी की जांच का अभियान चलाया जा रहा है। टीबी की जांच दर दोगुना हो गई है। पुष्टि के बाद फ्री इलाज मुहैया कराया जा रहा है। यह जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश में टीबी मरीज की पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है। राज्य में टीबी जांच दर 2021 के मुकाबले 2023 में दो गुनी हो गयी है। वर्तमान में टीबी जांच दर 1151 प्रति लाख जनसंख्या है। राष्ट्रीय स्तर पर 1281 प्रति लाख जनसंख्या के बराबर है। यूपी में 5,45,630 टीबी के मरीज खोजे गए। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अर्न्तगत 17 लाख पोषण किट वितरित की गई। क्षय रोग दिवस 24 मार्च 2024 तक प्रदेश के अधिक से अधिक ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बनाये जाने का प्रयास चल रहा हैं।
उन्होंने बताया कि निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रुपये प्रति माह की दर से अब तक टीबी रोगियों को 516 करोड रुपये से अधिक की धनराशि दी जा चुकी है। इससे टीबी को खत्म करने में मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि 96 प्रतिशत टीबी मरीजों की एचआईवी और मधुमेह की जांच कराई गई। नतीजतन मरीजों के ठीक होने की दर में इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य की उपचार सफलता दर में पिछले 5 वर्षों से बढ़ी है। मरीजों के ठीक होने की दर वर्ष 2019 में 80 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2023 में 89 प्रतिशत हो गई है।
इन डॉक्टरों को सम्मानित किया
टीबी के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। इसमें एटा के डॉ. राजेश शर्मा, संभल के डॉ. संतोष कुमार, शामली से डॉ. अनिल कुमार, बुलंदशहर के डॉ. हेमंत रस्तोगी, जालौन से डॉ. देवेंद्र कुमार, मुजफरनगर से डॉ. लोकेश चन्द्र गुप्ता, पीलीभीत से डॉ.हरी दत्त नेमी, बलरामपुर से डॉ. सजुवन लाल, भदौही से डॉ. विवेक प्रकाश श्रीवास्तव, हापुड से डॉ. राजेश सिंह, कौशम्बी से डॉ. संत कुमार झा, सोनभद्र से डॉ. राधे गोविन्द्र, उन्नाव से डॉ. हरनाम सिंह शामिल हैं।
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