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बिजनौर : कई गावों पर बाढ़ का खतरा!

बिजनौर : कई गावों पर बाढ़ का खतरा !

रिपोर्ट-शकील अहमद, बिजनौर 

बिजनौर में गंगा बैराज रावली के पास गंगा कटान से तटबंध और उसके ऊपर बनी पक्की सड़क तक तेज़ पानी के बहाव में बह गई है। तटबंध के कटान होने के चलते एक दर्जन से ज़्यादा गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराया हुआ है।

बिजनौर : कई गावों पर बाढ़ का खतरा




पुलिस ने सतर्कता के चलते दिल्ली पौड़ी हाईवे से भारी वाहनों की आवागमन को पूरी तरह से बंद कर दिया है। सिंचाई विभाग और प्रशासन लगतार बन्दे को बचाने में जुटा हुआ है। उम्मीद जताई जा रही है कि कटान को पूरी तरह से रोक दिया जायेगा।


दरअसल गंगा बैराज के पास स्थित अपलेक्स बांध के किलोमीटर 6 के आसपास रविवार सुबह से गंगा नदी ने कटान शुरू किया था जो धीरे धीरे करीब 500 मीटर तक लंबाई में पहुंच गया और तटबंध के ऊपर बनी पक्की सड़क पूरी तरह से नदी में समा गई। तटबंध टूटने से एक दर्जन से अधिक गांव और हजारों हेक्टेयर जंगल में खड़ी फसल बाढ़ की चपेट में आ सकती हैं।

कटान को रोकने का प्रयास

सिंचाई विभाग और प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई शुरू करते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं और तटबंध को बचाने के लिए पेड़ों को काटकर और पत्थरों को तटबंध पर रखा जा रहा है। जेसीबी की मदद से पत्थरों को गंगा की धारा के मुहाने पर डाला जा रहा है। और गंगा कटान को रोकने का प्रयास लगातार जारी है सैकड़ो मजदूर कई जेसीबी पोकलेन और सिंचाई विभाग प्रशासन और के अधिकारी सहित सैकड़ो ग्रामीण भी मौके पर जुटे हुए हैं। लगभग 48 घंटे का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक पूरी तरीके से तटबंध को बचाया नहीं जा सका । वन्ही आसपास कई गांव के सैकड़ों लोग अपने ट्रैक्टर ट्राली लेकर तटबंध पर पहुंच गए हैं और खुद निशुल्क सेवा में जुट गए हैं।

उधर सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने करीब एक दर्जन गांव में रहने वाले ग्रामीणों को अलर्ट रहने के लिए निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजनौर जिले के गंगा किनारे बसने वाले कई गावँ कोली फार्म ,हेमराज कालोनी, नीला नवलपुर कॉलोनी सहित कई गावँ के लोग अपने ट्रैक्टर ट्राली पर जरूरी सामान को लाद कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए हैं। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने बिजनौर दिल्ली पौड़ी हाईवे से बड़े वाहनों का आवागमन सोमवार दोपहर से पूरी तरह से बंद कर दिया था जबकि सोमवार की शाम से सभी वाहनों के आवाजाह पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी थी जबकि मंगलवार की सुबह 10:00 बजे से छोटे वाहनों की आवाजाही पर अनुमति दी गई है।


वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने इसे प्रशासन और सिंचाई विभाग की लापरवाही बताया है उन्होंने कहा कि कई दिन पहले से गंगा कटान कर रही थी प्रशासन और सिंचाई विभाग ने इस और ध्यान नहीं दिया जिससे स्थिति भयावह हो गई।

उधर बिजनौर पहुंचे अलीगढ़ से सिंचाई विभाग के चीफ के एम बंसल ने बताया की तटबंध का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है गंगा गंगा कटान के चलते कुछ पानी का रिसाव हुआ था हमने रात से ही कटान को रोक लिया है। और हम इसको अब मजबूत करते हुए चले जा रहे हैं, उम्मीद है कि हम इसको पूरी तरह से सुरक्षित कर देंगे उन्होंने बताया कि हम लोग तीन जगह इस समय पर काम कर रहे हैं।  एक रावली पोर्शन, एक सेंटर पोर्शन और एक बैराज साइट है। इस समय सैकड़ो मजदूर ,ग्रमीण ,भारी संख्या में मशीनरी, सिंचाई विभाग के दो चीफ एससी एक्सेंइन सहित प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद हैं।

उधर तदबंध पर पहुंची बिजनौर जिले की डीएम जसजीत कौर ने बताया कि गंगा बैराज से लेकर रावली तक गंगा का करीब 9 किलोमीटर का तटबंध है उसमें डैमेज होने की सूचना आई थी इस तरह का डैमेज नहीं है कि जो कंट्रोल नहीं हो सकता थोड़ा है पानी का रिसाव हो रहा है मौके पर सिंचाई विभाग नेशनल हाईवे में भारी संख्या में लोकल लोग भी मौके पर मौजूद हैं सबके सहयोग से बंदे की सुरक्षा का जो रिपेयर का कार्य है वह किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि अगर इसी तरीके से कार्य चलता रहा तो 24 घंटे के अंदर तक हम इसकी सुरक्षा कर लेंगे। अगर कटान होता है तो 10 से 12 गांव हमारे ऐसे हैं जहां पर पानी आने की संभावना इस वजह से हम लोगों ने अलर्ट भी जारी किया हुआ है और प्रशासन हर चीज पर निगाह बनाए हुए

बाइट- जसजीत कौर, डीएम बिजनौर 

बाइट- के एम बंसल, चीफ सिंचाई विभाग 

बाइट- अमनदीप, ग्रामीण


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