मुरादाबाद: जनपद के नागफनी थाना क्षेत्र स्थित बंग्ला गांव में आज उस वक्त लोग हैरान रह गए जब एक निर्यात फर्म के बाहर तार में लटकता एक कबूतर फड़फड़ाता नजर आया। देर रात फर्म के बाहर लटक रहे बिजली के तार पर बैठा कबूतर अचानक तार से लिपटे चाइनीज मांझे में उलझ गया, बेबस,मजबूर कबूतर ने खुद को जाल से छुड़ाने की लाख कोशिशें की लेकिन चाइनीज मांझे के आगे उसकी एक ना चली और वह बुरी तरह जख्मी हो गया, कई घण्टे तक चाइनीज मांझे से उलझकर फड़फड़ा रहे कबूतर पर स्थानीय लोगों की नजर सुबह पड़ी, लेकिन ऊंचाई ज्यादा होने के चलते कबूतर को बचाने में लोग भी सोच में पड़ गए।
काफी देर तक फड़फड़ाने के बाद जब कबूतर अपने आजाद होने की सारी उम्मीद छोड़ कर बेसुध हो गया तो स्थानीय युवकों ने फर्म की दीवार पर सीढ़ी लगाकर रेस्क्यू शुरू करवाया, बमुश्किल फर्म की दीवार पर चढ़कर एक युवक तार से लटकते कबूतर तक पहुंचा और चाकू की सहायता से चाइनीज मांझे को काटकर कबूतर को आजाद कराया गया। कबूतर को आजाद करने के बाद स्थानीय लोगों ने उसका इलाज भी करवाया, चाइनीज मांझे से उलझने के चलते कबूतर बुरी तरह जख्मी हो गया और उसके पैर बुरी तरह जख्मी हो गए थे।
मुरादाबाद जनपद में पिछले साल चाइनीज मांझे से हुई दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन द्वारा धारा 144 के तहत मांझे को प्रतिबंधित किया गया है, जो की कोतवाली मुगलपुरा में कई मुकद्दमे दर्ज है अब देखना है कि पुलिस ने पिछले समय छापेमारी कर काफी बड़ी मात्रा में चाइनीज मांझा भी बरामद किया था, सस्ता और मजबूत होने के चलते कई लोग पतंग उड़ाने के लिए आज भी चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जा रहा है, चाइनीज मांझे की चपेट में आकर लोगों और जानवरों को कई बार दुर्घटना का शिकार होना पड़ा है
राजकुमार सिंह
मुरादाबाद
काफी देर तक फड़फड़ाने के बाद जब कबूतर अपने आजाद होने की सारी उम्मीद छोड़ कर बेसुध हो गया तो स्थानीय युवकों ने फर्म की दीवार पर सीढ़ी लगाकर रेस्क्यू शुरू करवाया, बमुश्किल फर्म की दीवार पर चढ़कर एक युवक तार से लटकते कबूतर तक पहुंचा और चाकू की सहायता से चाइनीज मांझे को काटकर कबूतर को आजाद कराया गया। कबूतर को आजाद करने के बाद स्थानीय लोगों ने उसका इलाज भी करवाया, चाइनीज मांझे से उलझने के चलते कबूतर बुरी तरह जख्मी हो गया और उसके पैर बुरी तरह जख्मी हो गए थे।
मुरादाबाद जनपद में पिछले साल चाइनीज मांझे से हुई दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन द्वारा धारा 144 के तहत मांझे को प्रतिबंधित किया गया है, जो की कोतवाली मुगलपुरा में कई मुकद्दमे दर्ज है अब देखना है कि पुलिस ने पिछले समय छापेमारी कर काफी बड़ी मात्रा में चाइनीज मांझा भी बरामद किया था, सस्ता और मजबूत होने के चलते कई लोग पतंग उड़ाने के लिए आज भी चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जा रहा है, चाइनीज मांझे की चपेट में आकर लोगों और जानवरों को कई बार दुर्घटना का शिकार होना पड़ा है
राजकुमार सिंह
मुरादाबाद
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