लखनऊ: बीपीएड और उर्दू शिक्षक अभ्यर्थी ने आज बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया, बीपीएड और उर्दू शिक्षक अपनी नियुक्ति की मांग कर रहे थे, इस दौरान शिक्षक अभ्यर्थी में कई ऐसे लोग भी थे जो रोजा रखते हुए भी चिलचिलाती धूप में प्रदर्शन करने को मजबूर थे, हालांकि प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस ने शिक्षक अभ्यर्थी को अनुपमा जायसवाल के घर के पास से खदेड़ते हुए उन्हें इको गार्डन जाकर धरना देने की सलाह दी।
बीपीएड के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव ने बताया कि सिंगल बेंच कोर्ट ने अभ्यर्थियों के पक्ष में अप्रैल 2017 में फैसला सुनाया था, लेकिन सरकार बदलने के कारण नियुक्ति प्रक्रिया पर समीक्षा के नाम पर रोक लगा दी गई, जिसके बाद अभ्यर्थी दोबारा कोर्ट के पास पहुंचे जहां पर फिर से कोर्ट ने फैसला अभ्यर्थियों के पक्ष में सुनाया लेकिन इसके बावजूद अभी तक सरकार अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दे पाई है, उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अभ्यर्थियों के खिलाफ दोहरा रवैया अपना रही है, इसलिए आज मंत्री अनुपमा जायसवाल के आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में बीपीएड अभ्यर्थी प्रदर्शन करने को मजबूर है।
बाईट - बृजेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष बीपीएड
वहीं उर्दू शिक्षकों के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद यूसुफ ने बताया कि 4000 उर्दू पदों पर शिक्षकों की भर्ती 22 मार्च 2017 को की जानी थी, इसमें केवल नियुक्ति पत्र मिलना बाकी था, लेकिन बिना कोई कारण बताए 23 मार्च 2017 को भर्ती पर रोक लगा दी, इसके बाद हमने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील की जिस पर कोर्ट ने 2 माह के अंदर शिक्षा विभाग को भर्ती पूरी करने का आदेश दिया, लेकिन शिक्षा विभाग ने कोर्ट का फैसला आने के बाद भी आज तक 4000 उर्दू शिक्षकों के मामले में आज तक कोई कदम नही उठाया है, जिस वजह से हम लोग बेरोजगार हो गए हैं, और प्रदर्शन करने को मजबूर है।
बाईट - मोहम्मद यूसुफ, प्रदेश उपाध्यक्ष उर्दू शिक्षक
बता दें कि प्रदर्शन कर रहे बीपीएड और उर्दू शिक्षक अभ्यर्थी का प्रदर्शन उग्र होता देख sp पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र व् co हज़रतगंज अभय कुमार मिश्र ने मंत्री अनुपमा जैसवाल के आवास से बाहर शिक्षक अभ्यर्थी को सड़क से हटाकर ईगो गार्डेन जाने की सलाह दी।
आमिर रिज़वी , लखनऊ
9335280142
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