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शव सील करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप, होगी जांच


*शव सील करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप, होगी जांच*


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने निदेशक से तलब किया स्पष्टीकरण, लखनऊ के जिला अस्पताल का मामला

पर्यवेक्षणीय दायित्व में शिथिलता का आरोप

लखनऊ। 

राजधानी लखनऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी हास्पिटल (सिविल) के पोस्टमार्टम हाउस में शव को सील करने के लिए कर्मचारी द्वारा रिश्वत के प्रकरण की जाँच होगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को गंभीरता से लिया है। हॉस्पिटल के निदेशक को जाँच के आदेश दिये हैं। पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के आरोप में निदेशक से भी स्पष्टीकरण माँगा गया है।

आरोप है कि रविवार को सिविल हॉस्पिटल की मर्च्यूरी में शव को सील करने के एवज में कर्मचारी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से 800 रुपये की माँग की थी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रकरण पर सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मसले की जाँच कर दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। मंगलवार शाम तक आख्या उपलब्ध कराई जाये। साथ ही निदेशक सिविल द्वारा उनके पर्यवेक्षणीय दायित्व शिथिल होने के दृष्टिगत स्पष्टीकरण मांगा गया है।

*एक सप्ताह में रिपोर्ट करें तलब*

मेरठ मेडिकल कॉलेज में फर्श पर लेटे हुए मरीज का वीडियो वायरल हुआ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से विभाग की छवि धूमिल हो रही है। किन कारणों से मरीज को बेड नहीं मिला। मरीज फर्श पर कैसे लेटा था? कर्मचारियों ने रोगी को बेड पर क्यों नहीं लिटाया। इन बिन्दुओं पर जाँच की जाए। एक सप्ताह के अंदर आख्या उपलब्ध कराई जाए। रिपोर्ट आने पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। वहीं, उन्नाव स्थित रसूलाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती को स्टाफ नर्स ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। यही नहीं, आशा बहु ने गर्भवती को निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। गर्भवती से धन उगाही भी हुई। डिप्टी सीएम ने उन्नाव सीएमओ को पूरे मामले की जाँच के लिए निर्देशित किया है। तीन दिन के अंदर जाँच रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने के आदेश दिए गए हैं। सीतापुर जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर पर पैसे लेकर मरीज को इलाज उपलब्ध कराने का प्रकरण सामने आया है। इस प्रकरण में भी जांच के आदेश दिए गए हैं।

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