मदीने में जन्नतुल बक़ी के पुनर्निर्माण को लेकर हुआ जोरदार प्रदर्शन
करीब 100 साल से सऊदी हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन, ध्वस्त किये गए रौज़ों को फिर से बनवाने की मांग
भारत, उत्तर प्रदेश, लखनऊ : ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास के नेतृत्व में हर साल की तरह इस साल भी 17 अप्रैल बुधवार को लखनऊ के शहीद स्मारक पर रसूल-ए-इस्लाम की इकलौती बेटी फातिमा जहरा (स.अ) और चार इमामों के रौजों (धार्मिक स्थल) को बनवाने के लिए विशाल धरने प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस जलसे को ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सायम मेहदी और बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने खिताब किया।
रौज़ों को किया गया था ध्वस्त
जलसे में मौलाना फसी हैदर मुजफ्फरनगर, मौलाना मीसम ज़ैदी, मौलाना सदफ हुसैन, मौलाना एजाज अतहर, हसन मेहंदी झब्बू ने शिरकत की, मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि, आज से लगभग 100 साल पहले पहले मदीना स्थित जन्नतुल बकी में रसूल इस्लाम की बेटी जनाबे फातिमा जहरा, और हमारे चार इमामों के रोजे सऊदी हुकूमत ने ध्वस्त कर दिए थे।
लखनऊ में सऊदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
इसके बाद शहर की मातमी अंजुमनों ने शहीद स्मारक पर मातम भी किया। प्रदर्शन के बाद मौलाना यासूब अब्बास ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अधिकारियों द्वारा एक ज्ञापन भी भेजा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की गई है कि सऊदी हुकूमत पर दबाव बनाकर, रसूल इस्लाम की बेटी, जनाबे फातिमा जहरा के रोजे की तामीर फिर से करवाई जाए।
मौलाना ने ज़िला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि धारा 144 लागू होने के बाद और राम नवमी का पर्व होने के बाद भी हमें सऊदी हुकूमत के खिलाफ जलसा करने की इजाज़त दी गई जिसका हम तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं।
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