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सीएम ने गोरखपुर में रीजेन्सी हॉस्पिटल का और टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में रीजेन्सी हॉस्पिटल का लोकार्पण किया

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश व प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में व्यापक परिवर्तन आया : मुख्यमंत्री

सीएम ने गोरखपुर में रीजेन्सी हॉस्पिटल का और टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया

गोरखपुर में 260 बेडेड अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निर्माण होना स्वयं में एक बड़ी उपलब्धि

रीजेन्सी हॉस्पिटल में एक छत के नीचे कॉर्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, ऑन्कोलॉजी आदि से जुड़ी स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी

पूर्वी उ0प्र0 की 05 करोड़ जनता के लिए यह अस्पताल स्वास्थ्य सुविधा का बेहतरीन केन्द्र बनेगा प्रदेश में रायबरेली स्थित एम्स के साथ ही अब गोरखपुर में एम्स का निर्माण हो चुका

गोरखपुर में बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहा, जनपद में दर्जनों नये अस्पताल खुल चुके

भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर तथा टाटा कैंसर हॉस्पिटल के साथ मिलकर वाराणसी के बी0एच0यू0 में कैंसर उपचार की सुपर स्पेशियलिटी सुविधा उपलब्ध करायी गयी

प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 5.5 करोड़ लोगों को 05 लाख रु0 तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रहीं

लखनऊ : 17 अगस्त, 2025 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश व प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में व्यापक परिवर्तन आया है। जनपद गोरखपुर में 260 बेडेड अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निर्माण होना स्वयं में एक बड़ी उपलब्धि है। इसमें एक छत के नीचे कॉर्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, ऑन्कोलॉजी, कैथ लैब, 80 बेडेड आई0सी0यू0 आदि से जुड़ी स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। इस अस्पताल के मॉडर्न ओ0टी0 में इंफेक्शन की सम्भावना नगण्य होगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार तथा नेपाल के लोगों को गोरखपुर में यह सुविधा प्राप्त होना अत्यन्त प्रशंसनीय कार्य है। श्री तन्मय मोदी जी ने अपने नाम के अनुरूप पूरी तन्मयता के साथ यह सुविधाएं प्रदान करायी हैं। 

मुख्यमंत्री गोरखपुर में रीजेन्सी हॉस्पिटल का लोकार्पण करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल का निरीक्षण कर वहां की चिकित्सीय व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल उपचार का माध्यम होता है, लेकिन पर्याप्त सतर्कता व सावधानी न बरतने पर इंफेक्शन की सम्भावना बनी रहती है। यह स्थिति मरीज के लिए जानलेवा साबित होती है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए रीजेन्सी के साथ मिलकर इस नये सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का यहां शुभारम्भ किया जा रहा है। इस क्षेत्र की 05 करोड़ जनता के लिए यह अस्पताल स्वास्थ्य सुविधा का केन्द्र बनेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि रीजेन्सी हॉस्पिटल ने जनपद कानपुर से अपनी यात्रा प्रारम्भ की थी। रीजेन्सी हॉस्पिटल को कानपुर में स्वास्थ्य सुविधाओं का बैकबोन माना जाता है। कोविड काल खण्ड के दौरान भी रीजेन्सी हॉस्पिटल ने बेहतरीन सेवाएं प्रदान कीं। अब कानपुर के अतिरिक्त अन्य जनपदों में भी रीजेन्सी हॉस्पिटल की चेन प्रारम्भ हुई है। यदि स्थानीय स्तर पर कोई व्यक्ति इस चेन में निवेश करता है, तो इस हॉस्पिटल की टीम के अनुभव का लाभ तथा हब एवं स्पोक का नया मॉडल प्राप्त होगा। जिस स्वास्थ्य सुविधा के लिए यहां नागरिकों को दिल्ली-मुम्बई जैसे बड़े शहरों में जाना पड़ता है। वह सुविधा उन्हें अपने ही जनपद में उपलब्ध होगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10 वर्ष पूर्व स्वास्थ्य सुविधाओं की दयनीय स्थिति थी। रायबरेली में स्थित एम्स के साथ ही अब गोरखपुर में एम्स का निर्माण हो चुका है। गोरखपुर में बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज बेहतरीन सुविधाएं प्रदान कर रहा है। जनपद में दर्जनों नये अस्पताल खुल चुके हैं। अब बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज आदि जनपदां में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो चुका है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बलिया में राज्य सरकार नये मेडिकल कॉलेज का निर्माण करने जा रही है। आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, बलरामपुर, गोण्डा, बहराइच, अयोध्या, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, गाजीपुर, जौनपुर, चन्दौली, सोनभद्र, मीरजापुर आदि जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण या तो प्रारम्भ हो चुका है या फिर इस वर्ष प्रारम्भ होने जा रहा है। भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर तथा टाटा कैंसर हॉस्पिटल के साथ मिलकर वाराणसी के बी0एच0यू0 में कैंसर उपचार की सुपर स्पेशियलिटी सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गरीबों को महंगी स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 5.5 करोड़ लोगों को 05 लाख रुपये तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है। आयुष्मान भारत तथा मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना वंचित लोगों को विधायक अपनी निधि से 25 लाख रुपये तक की सहायता उपचार के लिए प्रदान कर सकता है। मुख्यमंत्री राहत कोष से एक वर्ष में 1100 करोड़ रुपये गरीबों को उपलब्ध कराये गये हैं। यह सुविधाएं पहले पिक एण्ड चूज पर आधारित थीं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के इस क्षेत्र में हमें नये मॉडल प्रदान करने पड़ेंगे। गोरखपुर के चिकित्सों ने आज से 22-23 वर्ष पूर्व गुरु गोरखनाथ चिकित्सालय के माध्यम से एक नया मॉडल आगे बढ़ाया था। ब्लड बैंक प्रभारी एवं डिप्टी सी0एम0ओ0 के रूप में डॉ0 अवधेश अग्रवाल वहां विगत कई वर्षां से अपनी निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। पहले गोरखपुर में आई0सी0यू0, डायलिसिस तथा ब्लड सेपरेटर यूनिट की सुविधा नहीं थी, लेकिन डॉ0 अग्रवाल के प्रयासों से यहां यह सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। अब यहां एन्जियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी, लंग्स, लिवर व किडनी ट्रांसप्लाण्ट आदि सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं से युक्त अपग्रेडेड मॉडल बनाने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया

भविष्य में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा सम्भावना हाईड्रोजन एनर्जी में, भविष्य की यह ऊर्जा नयी रिसर्च व नयी मशीनरी से सस्ती हो जाएगी : मुख्यमंत्री

यह ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट उ0प्र0 का पहला तथा देश का दूसरा प्लाण्ट इस प्लाण्ट में हाईड्रोजन एनर्जी तथा सी0एन0जी0 की ब्लेडिंग होगी, इसके उपरान्त इसे घर-घर रसोई गैस के रूप में पहुंचाया जायेगा

ऊर्जा व स्वास्थ्य क्षेत्र, पर्यावरण की रक्षा तथा आने वाले समय में विभिन्न गम्भीर बीमारियों से बचाव में ग्रीन ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका, हमें कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम करना होगा

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश में 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध, फेफड़े, आंख से सम्बन्धित विभिन्न बीमारियों से निजात मिली

प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अगले फेज के लिए बड़ी धनराशि की घोषणा की, इससे रसोई गैस के दाम को नियंत्रित करने तथा लोगों को पी0एन0जी0 उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी

उ0प्र0 का रिन्युएबल एनर्जी का लक्ष्य 22 हजार मेगावॉट, 06 हजार मेगावॉट का लक्ष्य पूर्ण

लखनऊ : 17 अगस्त, 2025 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा व स्वास्थ्य क्षेत्र, पर्यावरण की रक्षा तथा आने वाले समय में विभिन्न गम्भीर बीमारियों से बचाव में ग्रीन ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह प्लाण्ट प्रदूषण से मुक्त ऊर्जा प्राप्ति की दिशा में एक नया प्रयास है। यह उत्तर प्रदेश का पहला तथा देश का दूसरा प्लाण्ट है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से आज इस ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का उद्घाटन हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा था कि यदि जीव सृष्टि, मानव सभ्यता को बचाना है, तो हमें नेट कार्बन जीरो की तरफ जाना होगा। हमें कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम करना होगा। पहले घरों में भोजन लकड़ी से बनाया जाता था, जिससे कार्बन उत्सर्जन होता था। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश में 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गए हैं। परिणामस्वरूप फेफड़े, आंख से सम्बन्धित विभिन्न बीमारियों से निजात मिली है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अगले फेज के लिए बड़ी धनराशि की घोषणा की है। इस धनराशि से लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने तथा रसोई गैस के दाम को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। लोगों को पाइप्ड नेचुरल गैस (पी0एन0जी0) की सुविधा मिलेगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि टोरेण्ट ग्रुप का यहां एक सी0एन0जी0 प्लाण्ट है और आज ग्रीन हाईड्रोजन एनर्जी का प्लाण्ट लगाया गया है। अब यहां हाईड्रोजन एनर्जी तथा सी0एन0जी0 की ब्लेडिंग होगी और इसके उपरान्त इसे घर-घर रसोई गैस के रूप में पहुंचाया जायेगा। टोरेण्ट ग्रुप द्वारा आगरा में घरों में बिजली उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। टोरेण्ट ग्रुप द्वारा 16 अन्य जनपदों में भी पी0एन0जी0 के माध्यम से रसोई गैस उपलब्ध करायी जा रही है। आज प्रदेश में पाइप से पेयजल और पाइप से रसोई गैस लोगों को प्राप्त हो रही है। पाइप से गैस की आपूर्ति प्रधानमंत्री जी की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जो विकसित भारत की संकल्पना को सुदृढ़ कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास ऊर्जा के स्रोतों के रूप में हाइड्रो पावर व थर्मल पावर हैं। उत्तर प्रदेश ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बहुत समृद्ध है। इसी खानीपुर क्षेत्र में केवल 10 मीटर की गहराई पर पर्याप्त जल मिल जायेगा। यहां पास में ही राप्ती नदी है, जिसमें बहुत सारा जल संसाधन है। उत्तर प्रदेश का रिन्युएबल एनर्जी का लक्ष्य 22 हजार मेगावॉट का है। अब तक इस क्षेत्र में हम लोग 06 हजार मेगावॉट की स्थापना कर चुके हैं। इसमें वृद्धि हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रिन्युएबल एनर्जी के लिए कोई न कोई अन्य ऊर्जा की आवश्यकता होती है। सोलर पैनल तभी तक ऊर्जा देता है, जब सूर्य की किरणें उस पर पड़ती हैं एवं उसकी बैट्री चार्ज होती है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईड्रोजन एनर्जी के माध्यम से टोरेण्ट ग्रुप एक नयी रिसर्च को आगे बढ़ा रहा है, कि जो भी एनर्जी बनेगी, वो हाईड्रोजन एनर्जी में परिवर्तित होकर उपयोग में आ सके। यह हाइड्रोजन एनर्जी हमारे पास 24 घण्टे उपयोग के लिए रहेगी। भविष्य में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा सम्भावना हाईड्रोजन एनर्जी में है। यह भविष्य की ऊर्जा है। आने वाले समय में इसमें और भी गहराई से कार्य होगा। जब इसमें नयी मशीनरी आयेंगी, नये शोध होंगे, तो यह एनर्जी मोबाइल की तरह सस्ती हो जायेगी। यह एनर्जी पूरी दुनिया की तकदीर बदल देगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रकृति के साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर जो विपरीत प्रभाव पड़ा है, उसका पहला कारण प्रकृति के साथ खिलवाड़ और दूसरा कृषि में कीटनाशकों, रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक प्रयोग है। कैंसर, लीवर में खराबी जैसी अन्य गम्भीर बीमारियां इन्हीं की वजह से हो रही हैं। जलवायु परिवर्तन भी इसके कारण हो रहा है। अब बरसात भी देर से हो रही है। आज जो वर्षा हो रही है, इसे जुलाई माह में होना चाहिए था, किन्तु अब इसमें देरी हो रही है। पहले नवरात्रि के समय लोंगो के घरों में चूड़ा आ जाता था, लेकिन मौसम की देरी के साथ फसल भी देर से हो रही है। आज कहीं अतिवृष्टि हो रही है, तो कहीं सूखा पड़ रहा है। यह सब पर्यावरण के साथ खिलवाड़ का परिणाम है। लोग पेड़ काट रहे हैं। प्रदूषण के कारण जल के स्रोत खराब हो रहे हैं। पानी प्रदूषित हो गया है। इन सभी कार्यां से हम जीवन व जीव सृष्टि के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की समस्याओं का उपचार मनुष्य के हाथ में है। इसका पहला उपचार प्राकृतिक खेती और दूसरा उपचार ग्रीन एनर्जी का उपयोग है। प्राकृतिक खेती से गौवंश की रक्षा भी होगी तथा हमारी खेती भी जहरीली होने से बच जायेगी। इस खेती से जो अन्न पैदा होगा, वह हमें निरोग बनायेगा। हमें इन कार्यों को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाना होगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हर घर शौचालय और स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से स्वच्छता के कार्य को आगे बढ़ाया है। स्वच्छता के कारण विभिन्न बीमारियों में कमी आयी है। इस क्षेत्र में मासूम बच्चों की जान लेने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी भी साफ-सफाई के कारण समाप्त हो गयी है। लोग पर्यावरण की रक्षा करें। हमें अपनी खेती को रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों से मुक्त करना होगा। इसके लिए हमें ग्रीन एनर्जी की आवश्यकता होगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्ट्रीट लाइट्स में पहले सामान्य बल्ब प्रयोग किये जाते थे, जिनसे कार्बन उत्सर्जन होता था और ऊर्जा भी ज्यादा खर्च होती थी। आज प्रदेश में एल0ई0डी0 युक्त स्ट्रीट लाइट्स प्रकाशमान हैं, जिनसे ऊर्जा की खपत कम हुई है तथा कार्बन उत्सर्जन भी कम हुआ है। अब दूधिया लाइट में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है। ग्रीन एनर्जी की सबसे ज्यादा सम्भावनाएं उत्तर प्रदेश में हैं। हमें इन सम्भावनओं को आगे बढ़ाना होगा। आज गोरखपुर में इस सम्भावना को टोरेण्ट ग्रुप ने आगे बढ़ाया है। टोरेण्ट ग्रुप सी0एन0जी0 या पी0एन0जी0 में हाइड्रोजन का सम्मिश्रण कर उसे पाइप के माध्यम से घर-घर उपलब्ध कराएगा। यह गु्रप ग्रीन एनर्जी के उत्पादन के साथ नवाचार का केन्द्र होगा और लोगों के जीवन को आगे बढ़ाने का कार्य करेगा। कार्यक्रम को सांसद रवि किशन शुक्ल एवं टोरेण्ट समूह के निदेशक  जिनल मेहता ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

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