सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के भाव से कार्य कर रही है
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में 02 कल्याण मण्डपम् का लोकार्पण किया
मुख्यमंत्री ने राप्तीनगर विस्तार टाउनशिप एवं स्पोर्ट्स सिटी आवासीय योजना के आवंटियों को आवंटन पत्र वितरित किये
प्रधानमंत्री जी ने विकसित भारत की सुदृढ़ नींव के निर्माण के लिए अनेक कार्यक्रम आगे बढ़ाए : मुख्यमंत्री
आज एक साथ दो कल्याण मण्डपम् गोरखपुरवासियों को समर्पित किए जा रहे, इन परियोजनाओं में उनकी विधायक निधि से 1.86 करोड़ रु0 उपलब्ध कराए गए, जब टीम वर्क से प्रयास होता, तभी परिणाम आते, गोरखपुर और प्रदेश का विकास इसी सार्थक प्रयास का परिणाम
गोरखपुर में 05 ऐसे कल्याण मण्डपम् बनाए जा चुके नए भारत के नए उ0प्र0 का नया गोरखपुर अपनी पहचान के लिए मोहताज नहीं
गोरखपुर के हर क्षेत्र में अच्छी सड़कें बन चुकी, रामगढ़ ताल पर्यटन के नए केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा, चिलुआ ताल के सौन्दर्यीकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया
गोरखपुर से लखनऊ की कनेक्टिविटी आसान हुई, गीडा में दर्जनों बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां लग रही
गोरखपुर के नौजवान को गोरखपुर में ही नौकरी और रोजगार की सुविधा उपलब्ध हो रही
सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के भाव से कार्य कर रही है, इसलिए परिवर्तन नजर आ रहा
आयुष विश्वविद्यालय आयुर्वेदिक पद्धति से लोगों के उपचार के बेहतरीन केन्द्र के रूप में स्थापित हो रहा
यहां पर स्पोर्ट सिटी बन रही, जलजमाव से मुक्ति के लिए गोड़धोईया नाले का सुंदरीकरण हो रहा
वर्ष 2047 में विकसित भारत के निर्माण के लिए हमें अभी से तैयारी करनी चाहिए
लखनऊ, 23 अगस्त, 2025 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के सभी नागरिकों के जीवन को आसान बनाने और उन्हें शासन की सुविधाओं का लाभ दिलाने तथा विकसित भारत की सुदृढ़ नींव के निर्माण के लिए अनेक कार्यक्रम आगे बढ़ाए हैं। इस दिशा में अनेक कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। आज एक साथ दो कल्याण मण्डपम् गोरखपुरवासियों को समर्पित किए जा रहे हैं। इनमें बाबा गम्भीरनाथ नगर, मानबेला में और राप्तीनगर विस्तार के पीरू शहीद में शादी-विवाह, मांगलिक कार्यों, सभा आदि सहित अन्य सार्वजनिक कार्यां के आयोजन के लिए कल्याण मण्डपम् शामिल है। प्रदेश के अन्य नगरों में भी ऐसे कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी आज मानबेला, गोरखपुर में 02 कल्याण मण्डपम् का लोकार्पण करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। ज्ञातव्य है कि राप्तीनगर क्षेत्र के वार्ड नं0-05 बाबा गम्भीरनाथ नगर के मानबेला में तथा राप्तीनगर विस्तार ग्राम मानबेला के टोला-’पीरू शहीद’ में 01-01 कल्याण मण्डपम् का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने कल्याण मण्डपम् का निरीक्षण कर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने राप्तीनगर विस्तार टाउनशिप तथा स्पोर्ट्स सिटी आवासीय योजना के आवंटियों को आवंटन पत्र वितरित किए। उन्होंने बच्चों का अन्नप्राशन तथा गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की। मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुरवासियों को कल्याण मण्डपम् के लिए बधाई देते हुए कहा कि इन परियोजनाओं में उनकी विधायक निधि से 01 करोड़ 86 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने इनके लिए भूमि की व्यवस्था करते हुए शेष धनराशि लगायी। आज यह भव्य कल्याण मण्डपम् बनकर लोकार्पित हुए हैं। कल्याण मण्डपम् में 11 से 25 हजार रुपये देकर लोग अपने कार्यक्रम आयोजित कर सकेंगे, जिनके लिए बडे़ होटलों में 05 से 10 लाख रुपये देने पड़ते। गोरखपुर में गोरखपुर विकास प्राधिकरण तथा गोरखपुर नगर निगम द्वारा 05 ऐसे कल्याण मण्डपम् बनाए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में गरीबों को आवास की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। जिन गरीबों के पास अपनी जमीन है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिनके पास अपनी स्वयं की भूमि नहीं है, उन्हें विकास प्राधिकरण द्वारा अन्य योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। गत वर्ष दीपावली पर मानबेला क्षेत्र में यहां के नागरिकों के लिए आवासीय सुविधा का लोकार्पण किया गया था। आज राप्तीनगर विस्तार में गरीबों को आवासीय सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी व्यक्ति के लिए आवास का निर्माण एक उपलब्धि है। यदि उस व्यक्ति की मेहनत के साथ शासन-प्रशासन का भी सहयोग हो जाए, तो यह उपलब्धि उसके लिए आजीवन यादगार बन जाती है। स्पोर्ट्स सिटी में आवासीय सुविधा का उपलब्ध होना ना केवल लोगों के जीवन को आसान बनाता है, बल्कि उन्हें खुशहाली से भी प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का नया गोरखपुर है। अब यह अपनी पहचान के लिए मोहताज नहीं है। पहले गोरखपुरवासियों को कहीं जाना होता था, तो अपनी पहचान छुपानी पड़ती थी। उनके सामने पहचान का संकट था। 08 वर्ष पहले तक इस सीजन में यहां इंसेफेलाइटिस से हजारों बच्चों की मृत्यु होती थी। अब बीमारी के कारकों को ढूंढकर उसका इलाज किया गया है। यह उपचार केवल बीमारी का ही नहीं किया गया, बल्कि उस बीमार मानसिकता का भी किया गया है, जो गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के विकास में बाधक थी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अब प्रदेश में माफिया प्रवृत्ति के लोग नहीं हैं। बेटी और व्यापारी सहित सभी नागरिक सुरक्षित हैं। आमजन को सुविधाएं तथा नौजवानों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। पिछली सरकारों ने यहां फर्टिलाइजर कारखाना बन्द कर दिया था। आज गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना फिर से चालू हो गया है। यह इस बात को दर्शाता है कि गोरखपुर में विकास हुआ है। गोरखपुर की कनेक्टिविटी फोरलेन हुई है। आज गोरखपुर के हर क्षेत्र में अच्छी सड़कें बन चुकी हैं। रामगढ़ ताल पर्यटन के नए केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां पर चिलुआ ताल के सौन्दर्यीकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है। हजारों लोग चिलुआ ताल के किनारे परिवार के साथ घूमने जा रहे हैं। ताल में पानी भरा हुआ है। व्यक्ति अपने परिवार के साथ कहीं घूमने जा सके, इसके लिए उसे बेहतरीन वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है। विकास की प्रक्रिया से जोड़ने के साथ ही कनेक्टिविटी को और बेहतर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर से लखनऊ की कनेक्टिविटी आसान हुई है। आज से 10 साल पहले गोरखपुर से लखनऊ जाने में 07 से 08 घण्टे लगते थे। आज लगभग 03 घण्टे में ही लखनऊ पहुंच जा रहे हैं। आज न केवल अच्छी ट्रेनों की, बल्कि अच्छी सड़कों की भी सुविधा हो गई है। वायु सेवा की सुविधा भी उपलब्ध हुई है। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज आज उपचार का बेहतरीन केन्द्र बना है। वर्ष 2017 के पहले यह मेडिकल कॉलेज स्वयं बीमार था। गोरखपुर में उपचार के बेहतरीन केन्द्र के रूप में एम्स भी यहां के वासियों को प्राप्त हो गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अच्छी सरकारें अच्छा कार्य करने के लिए सोचती है। वर्ष 2017 के पहले हम प्रयास करते थे, लेकिन सरकारें सहयोग नहीं करती थी। तत्कालीन सरकार केवल अपने लोगों तक सीमित थी। वह चेहरा देखकर के विकास करती थी और योजनाओं का लाभ देती थी। हमारी सरकार ने विगत 08 वर्षां में चेहरा देखकर नहीं, बल्कि बिना किसी भेदभाव के अब तक 57 लाख गरीबों को एक-एक आवास की सुविधा उपलब्ध करायी है। गोरखपुर के लाखों लोगों को इस सुविधा का लाभ प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के भाव से कार्य कर रही है, इसलिए परिवर्तन नजर आ रहा है। पहले सरकारी चिकित्सालयों में संसाधन नहीं थे। गरीब उपचार के लिए तरसता था। उनके पास प्राइवेट हॉस्पिटल में उपचार के लिए पैसा नहीं था। आज प्रधानमंत्री जी ने आयुष्मान कार्ड की सुविधा का लाभ दिया है। हर गरीब तथा 70 साल से ऊपर के हर व्यक्ति के लिए 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया गया है। जिन गरीबों का आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है, उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से धनराशि उपलब्ध करायी जाती है। एक वर्ष में ही लगभग 1,100 करोड़ रुपये गरीबों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से उपचार के लिए उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार विकास करने के साथ ही गरीब कल्याण की योजनाओं लाभ उपलब्ध करा रही है। निःशुल्क राशन की सुविधा दी रही है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटी के जन्म लेने से लेकर उसकी शिक्षा की व्यवस्था है। बेटी की उच्च शिक्षा और विवाह के लिए भी सरकार की योजनाएं हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बेटी की शादी के लिए प्रदेश सरकार 01 लाख रुपये की सहायता करती है। कुछ दिनों पूर्व फर्टिलाइजर के ग्राउण्ड में हमने 1600 बेटियां का विवाह सम्पन्न कराया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अच्छी सरकार अच्छी योजनाएं बनाती हैं, रोजगार ले आती हैं। आज गोरखपुर में नए-नए कारखाने लग रहे हैं। पिपराइच में चीनी मिल प्रारम्भ हो गई है और दूसरी तरफ आयुष विश्वविद्यालय भी प्रारम्भ हो गया है। आयुष विश्वविद्यालय आयुर्वेदिक पद्धति से लोगों के उपचार के बेहतरीन केन्द्र के रूप में स्थापित हो रहा है। यही विकास की सोच है। आज गीडा में दर्जनों बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां लग रही हैं। हर एक फैक्ट्री में हजारों लोग नौकरी कर रहे हैं। नौकरी करने वाले ज्यादातर लोग गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं। जिस नौजवान को पहले देश के अलग-अलग राज्यों में जाना पड़ता था, आज उसे गोरखपुर में ही नौकरी और रोजगार की सुविधा उपलब्ध हो रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब सरकार की सोच सकारात्मक हो, तो यह लोगों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लेकर आती है। इसी परिवर्तन के साथ आज हम यहां आए हैं। लोगों के लिए शादी-विवाह के कार्य आसानी से हो सके, इसके लिए कल्याण मण्डपम् की परिकल्पना हमने गोरखपुर से शुरू की थी। आज गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, आगरा, झांसी, फिरोजाबाद, अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर सहित हर नगर निगम में एक प्रतिस्पर्धा है कि कौन अच्छा कल्याण मण्डपम् बनाता है। गोरखपुर के इस मॉडल को लोग अपने यहां लागू कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कल्याण मण्डपम् में दिव्यांगजन के लिए रैम्प बनाए गए हैं। सभागार में 300 लोग एक साथ बैठकर मांगलिक कार्यक्रम का आनन्द ले सकते हैं। ऊपर मण्डप बनाया गया है। भोजन के लिए रसोई बनाई गई है। टॉयलेट दिए गए हैं। यहां एक बड़ा लॉन भी उपलब्ध कराया गया है। पार्किंग की व्यवस्था भी है। इनकी लागत ढाई करोड़ रुपये है। विकास निधि के पैसे का कैसे बेहतर तरीके से उपयोग हो सकता है, यह मण्डपम् इसका उदाहरण है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां पर स्पोर्ट सिटी भी बन रही है। यहां का कोई भी नौजवान खेलकूद के कार्यक्रमों से जुड़ना चाहता है, तो उसे एक मंच मिल गया है। राजेन्द्र नगर पश्चिम में भी बाबा राघवदास के नाम पर हमने जी0डी0ए0 के साथ मिलकर विधायक निधि से एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया है। 200 नौजवानों ने वहां रजिस्ट्रेशन कराया है, जो खेल-कूद के विभिन्न कार्यक्रमों से वहां जुडे हैं। वहां बैडमिंटन, टेबल टेनिस, शूटिंग रेंज, क्रिकेट, हॉकी सहित अन्य गतिविधियां चल रही हैं। इसमें इन्डोर और आउटडोर गेम की सुविधा है। इससे भी बड़ा कॉम्प्लेक्स यहां राप्तीनगर में बन रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्यटन केन्द्र के रूप में रामगढ़ ताल के साथ ही यहां चिलुआ ताल में भी बेहतरीन सुविधाएं दी जा रही हैं। जलजमाव से मुक्ति के लिए गोड़धोईया नाले का भी सुंदरीकरण हो रहा है। यहां निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि अगले 100 साल तक गोरखपुर में जलजमाव न हो सके। निर्माण कार्य के दौरान लोगों को तात्कालिक रूप से कुछ परेशानी हो रही होगी। बहुत सारे लोग इस परेशानी में भी राजनीति के लिए अपना स्थान ढूंढ़ते हैं। जिनकी दृष्टि विकास में नहीं है, जिनकी नकारात्मक दृष्टि है, ऐसे लोग नकारात्मक टिप्पणी करते हैं। गोरखपुर के विकास से ऐसे लोगों को पीड़ा होती है। प्रदेश के विकास से और प्रदेश में सुरक्षा के माहौल से उन्हें पीड़ा होती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें विकास की प्रक्रिया के साथ तेजी से हो रहे परिवर्तनों का संवाहक बनना पड़ेगा। दुनिया आगे बढ़ रही है। हम जड़तापूर्वक बैठे नहीं रह सकते। हमें भी आगे बढ़ना पड़ेगा। प्रधानमंत्री जी ने हमें वर्ष 2047 में विकसित भारत का लक्ष्य दिया है। विकसित भारत का मतलब हर चेहरे पर खुशहाली होगी, हर हाथ को काम होगा, बेहतरीन कनेक्टिविटी होगी, हर व्यक्ति की आय उसकी वर्तमान से कई गुना अधिक होगी। विकसित भारत में हर परिवार के पास अपना आवास होगा, बेटी सुरक्षित होगी, हर व्यापारी अपने को सुरक्षित महसूस करेगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए हमें अपने स्तर पर, अपने वॉर्ड, अपने जनपद, अपने नगर, अपने क्षेत्र, अपनी-अपनी फील्ड में पारंगत होकर आगे बढ़ने के लिए अभी से तैयारी करनी चाहिए। हाल ही में वर्ष 2047 का उत्तर प्रदेश कैसा होना चाहिए, इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश विधानसभा में लगातार 24-25 घण्टे तक बहस चली। वर्ष 2047 का मतलब एक विकसित गोरखपुर। वर्ष 2047 का मतलब यहां के हर नागरिक के पास उसके हाथ को काम हो, उसके चेहरे पर खुशहाली हो, हर नौजवान के पास बेहतरीन अवसर हो, उच्च शिक्षा के वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ हम दुनिया को नेतृत्व देते हुए दिखाई दें। इस प्रकार की स्थिति अपने शहर में भी पैदा करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अच्छी पेयजल की सुविधा, अच्छी कनेक्टिविटी हो, कहीं भी कोई अव्यवस्था ना हो, इस भाव के साथ हमें आगे बढ़ना होगा। इसके लिए गोरखपुर नगर निगम और जिला पंचायत सहित गोरखपुर के हर वॉर्ड तथा हर पंचायत को अपने-आप को तैयार करना होगा। बेहतरीन भविष्य के सपने को साकार करने के लिए जब हम प्रयास करते हैं, तो परिणाम भी हम सबके सामने आते हैं। आज से 08 वर्ष पहले कोई नहीं सोचता था कि उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त प्रदेश होगा। आज उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त हुआ है। पहले कोई नहीं सोचता था कि प्रदेश में निवेश आएगा। आज सबसे ज्यादा निवेश यहां आ रहा है। आज बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में हर प्रकार की सुविधा है। आज से 08 वर्ष पूर्व यहां बेड, डॉक्टर और दवाएं नहीं थीं। यहां स्वच्छता भी नहीं थी। आज बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज अत्याधुनिक सुविधाआें से सम्पन्न है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब टीम वर्क से प्रयास होता है, तभी परिणाम आते हैं। आज गोरखपुर और प्रदेश का विकास इसी सार्थक प्रयास का परिणाम है। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि विकास की इस प्रक्रिया में हम नकारात्मकता को त्याग कर, एक सकारात्मक भाव से आगे बढ़ेंगे। इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ल, गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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