• ‘एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स फॉर ऑल’ इनिशिएटिव पर सचिन तेंदुलकर और नीता अम्बानी ने बच्चों के हितों की बात की
• करीब 2 करोड़ 20 लाख से ज़्यादा बच्चों के जीवन को छू चुका है ‘Education and Sports for all’ इनिसिएटिव
IPL में वानखेड़े स्टेडियम में 18 हजार बच्चों ने मुंबई इंडियन्स टीम का बढ़ाया हौसला
मुंबई, 07 अप्रैल, 2024: मुंबई इंडियंस ने आईपीएल में इस सीजन की पहली जीत दर्ज की। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मुंबई इंडियन की यह जीत इसलिए भी खास थी कि मुंबई के कोने कोने से आए 18,000 बच्चे, वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियन टीम का उत्साह बढ़ा रहे थे।
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रिलायंस फाउंडेशन की पहल ‘एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स फॉर ऑल’ यानी ईएसए नाम की पहल से जुड़े इन हज़ारों बच्चों को इस क्रिकेट मैच को देखने और आनंद उठाने के लिए स्टेडियम में बुलाया गया था। इस मुंबई की टीम की इस रोमांचक जीत के बाद मुंबई इंडियंस की मालकिन नीता एम अंबानी ने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से बात की।
खेल भेदभाव नहीं करता- नीता अम्बानी
एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स फॉर ऑल पर बोलते हुए नीता अंबानी ने कहा “आज अलग-अलग एनजीओ के 18000 बच्चे स्टैंड में मैच देख रहे हैं। मेरा मानना है कि खेल भेदभाव नहीं करता और प्रतिभा कहीं से भी आ सकती है। हो सकता है कि इनमें से कोई बच्चा खेल के शिखर पर पहुंच जाए। मुझे उम्मीद है कि वे बहुत सी यादें, अनुभव और अपने उनके जो भी हो सपनों पर विश्वास करने की ताकत और उसे पूरा करने का जोश लेकर वापस जाएंगे।''
बच्चे ही भविष्य है- सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने वानखेड़े स्टेडियम की अपनी पहली यादों के बारे में बात की और बताया कि कैसे उन्हें आज भी सब याद है। सचिन ने कहा “मेरे लिए बच्चे ही भविष्य हैं। यदि हम बेहतर कल चाहते हैं तो हमें आज काम करना होगा। श्रीमती अंबानी के मार्गदर्शन में रिलायंस फाउंडेशन ने दुनिया भर में कई बच्चों को अवसर दिए हैं। मुझे उम्मीद है कि वह शिक्षा के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी ऐसा करती रहेंगी।''
बच्चो को मिले खेल और शिक्षा का अधिकार
मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) की मालिक नीता अंबानी ने ईएसए (Education and sports for all) के बारे में बोलते हुए बताया कि “हमने बच्चों के लिए 14 साल पहले esa शुरू किया था और अबतक यह पूरे भारत में करीब 2 करोड़ 20 लाख बच्चों तक पहुंच चुका है। सचिन की तरह मेरा भी मानना है कि हर बच्चे को खेलने और शिक्षा का अधिकार होना चाहिए।
बच्चे खेल के मैदान पर उतना ही सीखते हैं जितना वे कक्षाओं में सीखते हैं। खेल उन्हें अनुशासन और कड़ी मेहनत सिखाता है और इससे भी अधिक यह सिखाता है कि जीत और हार को कैसे स्वीकार किया जाए। ईएसए भारत के सुदूर गांवों और कस्बों के इन छोटे बच्चों के लिए लाखों दरवाज़े खोलता है।”Education And Sports For All
बताते चलें कि नीता अंबानी (Neeta ambani) के नेतृत्व में ईएसए (Education and sports for all) दरअसल रिलायंस फाउंडेशन (reliance foundation) की पहल पर शुरू किया गया था। अपने व्यापक 'वी केयर' विजन से प्रेरित होकर, रिलायंस फाउंडेशन पूरे वर्ष ईएसए के माध्यम से शिक्षा और खेल क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियाँ करता रहता है। रिलायंस फाउंडेशन पूरे भारत में 2 करोड़ 20 लाख से अधिक बच्चों के जीवन को प्रभावित कर चुका है।
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