Covishield के साइड इफ़ेक्ट का कबूलनामा, जान के जोखिम पर विपक्ष के सवाल
कोविशील्ड टीके के मुद्दे पर विपक्षी दलों के नेताओं ने निशाना साधा है। राजद ने पूछा कि दिल का दौरा पड़ने से मौतों का जिम्मेदार कौन है कांग्रेस और सपा समेत कई दलों के नेताओ ने इसको लेकर सवाल उठाये हैं
सीरम इंस्टीट्यूट का कबूलनामा
ब्रिटेन के एक व्यक्ति ने कोर्ट में केस दर्ज किया है कि एस्ट्राजेनेका वैस्सीन लगाने के बाद ब्रेन हैमरेज का शिकार होना पड़ा कई अन्य परिवारों में भी इसका साइड इफैक्ट देखने को मिल रहा है
शिकायतकर्ता ने हर्जाना देने की मांग की है इस मामले में यूके हाईकोर्ट में वैक्सीन की कंपनी को कोर्ट में तलब किया गया था भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया था वैक्सीन कोर्ट में कंपनी ने इस बात को कबूल किया है कि साइड इफैक्ट हो सकता है
कोविशील्ड टीके के साइड इफेक्ट.
कोविशील्ड टीके के साइड इफेक्ट के मुद्दे पर सियासी घमासान छिड़ गया। जिसमें समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टीके के निर्माता से कमीशन लिया। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने केंद्र पर देश के लोगों को गलत टीका देने का आरोप लगाया।
लोगों के जीवन से खिलवाड़- कांग्रेस
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर हमला किया और आरोप लगाया कि लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया है। यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने पूछा, क्या यही गारंटी है?
Read more :
Read more : Reliance Jio Q4 Results
https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1785609208324378718?t=pxwFKIb1KUXRYyHpob3CWg&s=19
https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1785497574977544562?t=KVHa-VgH1pbdiWIWgLPAHw&s=19
टीका बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में पहली माना है कि कोविड-19 की उसकी वैक्सीन से टीटीएस जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। टीटीएस यानी थ्रोम्बोसइटोपेनिया सिंड्रोम शरीर में खून के थक्के जमने की जमने की वजह बनती है। इससे पीड़ित व्यक्ति को स्ट्रोक, हृदयगति थमने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
शिवपाल यादव का हमला
भारत में एस्ट्रोजेनेका टीका का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था। इस मुद्दे पर हमला करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कहा, अब यह उजागर हो गया है कि उन्होंने टीकों में भी कमीशन लिया है। लोगों को घटिया गुणवत्ता वाले गुणवत्ता वाले टीके और दवाएं दी गईं। शिवपाल यादव उत्तर प्रदेश के एटा में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
टीका निर्माण में भ्रष्टाचार- डिंपल यादव
इसको लेकर सपा से डिंपल यादव ने कहा कि देश में लोगों को जबरन कोविड टीके लगाए गए। उन्होंने कहा, (भाजपा द्वारा) 200-300 करोड़ रुपये का दान लिया गया और उन्हें (कंपनी को) टीका बेचने की अनुमति दी गई। लोगों को जबरन टीके लगाए गए। मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार डिंपल ने कहा कि टीका निर्माण में भ्रष्टाचार सामने आया है जिसके कारण लोग अब मर रहे हैं।
एस्ट्राजेनेका का कबूलनामा
लोकसभा चुनाव 2024 के मुकाबले में दो चरणों का चुनाव हो चुका है। इसी बीच कोविशील्ड नामक कोरोना वैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका के कबूलनामे के बाद देश की राजनीति गरमा गई है। इसको लेकर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने जोरदार हमला बोल दिया है।
अजय राय ने चंदा लेने की कही बात
अजय राय ने कहा कि देशवासियों की जान का सौदा किया है, क्या यही है गारंटी। उन्होंने आदार पूनावाला (सीरम इंस्टिट्यूट) से 52 करोड़ का चंदा लेकर 140 करोड़ हिंदुस्तानियों की जान का सौदा करने का भी आरोप लगाया है।
इसके साथ ही अजय राय ने कहा कि चंद पैसों के लिए देश की जनता की जान को जोखिम में डालने वाले दरिदों को कांग्रेस की सरकार बनते ही उनकी असली जगह पहुंचाने का काम किया जाएगा।
थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम
वाराणसी से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने बताया कि एस्ट्रोजेनेका ने ब्रिटिश हाईकोर्ट में कबूल किया है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन से TTS (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम) जैसे गंभीर साइड इफेक्ट हो सकता है। उन्होंने बताया कि भारत में आक्सफोर्ड-ऐस्ट्रोजेनेका ग्लोबल लेवल पर सीरम इंस्टिट्यूट से बना 80% कोविशील्ड लगवाने वाले सावधान हो जाए। ये वैक्सीन खून का थक्का जमा रही है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक व हार्ट अटैक हो रहा है।
साइड इफ़ेक्ट से मौते
अजय राय ने कहा कि क्या देश में वैक्सीन के साइड इफेक्ट से हो रही मौतों पर बीजेपी नेता अपनी जिम्मेदारी लेंगे। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने वैक्सीन का विरोध नहीं किया था। बल्कि उसके जांच की बात उठाई थी। आज सच सामने आ गया है। अजय राय ने आगे कहा कि देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था तब देशवासियों से ताली- थाली बजवा रहे थे। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना की अव्यवस्था को भूले नहीं है, बगैर आक्सीजन और इंजेक्शन के लोग मरे है। लाशों को मजबूरन गंगा में बहते देखा है।
कई देशो में उठ रहे सवाल
भारत में भी करोड़ों लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन दिया गया था 4 साल बाद एस्ट्राजेनेका कंपनी ने माना है कि कोविड वैक्सीन के दुष्प्रभाव हो सकते हैं एस्ट्राजेनेका ने भारत में कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया नामक वैक्सीन बनायी थी इसका उत्पान भारत की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने किया था लोग सरकार पर उठा रहे सवाल इस तरह की खबर आने के बाद भारत के साथ-साथ कई देशों में कंपनी पर सवाल उठाए जा रहे हैं विपक्षी राजनीतिक दल सीरम कंपनी से इलेक्ट्रोल बॉन्ड के जरीय चंदा लेने और गलत वैक्सीन बनवाने का आरोप लगा रहे हैं
कोविशील्ड को लेकर अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने भी जवाबी हमला बोला
Good information,
ReplyDelete