War-Hamas-Israel : इस्राइल पड़ा अकेला, अमेरिका नहीं देगा हथियार
War-Hamas-Israel : अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने इस्राइल की क्रूरता को लेकर ज़रूरी बात कही है उन्होंने साफ़ कहा कि युद्ध में अमेरिका दो करीबी सहयोगियों के बीच तनाव और बढ़ने के बाद अब इस्राइल को आक्रामक हथियारों की आपूर्ति नहीं करेगा। यानि अब War-Hamas-Israel में इस्राइल पड़ा अकेला, अमेरिका नहीं देगा हथियार, इस्राइल को अमेरिका ने साफ़ कह दिया है लेकिन इसके बाद भी इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, अगर हमें किसी का साथ न मिले तो हम अकेले खड़ा होना पड़े, तो हम अकेले ही युद्ध में खड़े होंगे।
War-Hamas-Israel : इस्राइल होगा कमज़ोर
अमेरिका की मनाही के बाद भी इस्राइली सुरक्षा बल (idf) के प्रवक्ता डैनियल हगारी से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि क्या इस्राइल सेना अमेरिकी हथियारों के बिना भी युद्ध में तबाही का अभियान चला सकती है।
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इस पर हगारी ने कहा, सेना के पास उन अभियानों के लिए सभी हथियार हैं, जिनकी वह योजना बना रहा है। रफाह में अभियान के लिए भी हमारे पास वह सभी हथियार हैं, जो हमें चाहिए। हलाकि अमेरिका के हथियारों की मदद के बिना इसराइल के कमज़ोर होने का दावा किया जा रहा है
War-Hamas-Israel : इस्राइल पर अमेरिका दिखा नाराज़
इस्राइल के चलते गाजा पट्टी में बीते सात महीने से ज्यादा समय से भीषण जंग जारी है, इसमें इस्राइल के चलते हज़ारों निर्दोषों की जान जा चुकी है फिर भी युद्ध जारी है अमेरिका के इंकार के बाद भी इस्राइली सेना का दावा है कि उसके पास गाजा के दक्षिणी शहर रफाह में हमलों को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी हथियार हैं।
War-Hamas-Israel : अकेले लड़ेगा इस्राइल
प्रवक्ता हगारी ने हथियार न देने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस पर बयान पर जवाब देते हुए कहा कि वह उन आक्रामक हथियारों की आपूर्ति नहीं करेंगे जिनका इस्तेमाल इस्राइल गाजा में हमास के अंतिम गढ़ रफाह पर चौतरफा हमला करने के लिए कर सकता है। आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिका के साथ करीबी संबंध अभी भी बने हैं।
युद्ध में निर्दोष बच्चों, महिलाओं, बुज़ुर्गो की मौतें
हलाकि गाजा तट पर अमेरिका के द्वारा अस्थायी समुद्री घाट का अब तक निर्माण नहीं किया गया है। लेकिन मदद के लिए एक प्राथमिक चिकित्सा जहाज उस प्रस्तावित घाट के लिए भेजा गया है हुआ। यह भी स्पष्ट नहीं है कि गलियारा कब बनेगा और कब चालू होगा। मानवीय समूहों का कहना है कि युद्ध से तबाह भूखे फलस्तीनियों को भोजन हासिल करने में अभी भी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
23 लाख लोग भूख से पीड़ित
साइप्रस ने जहाज के प्रस्थान की घोषणा की। हालांकि, अमेरिकी सेना ने अभी तक इस स्थायी घाट को नहीं बनाया है। ऐसे में सवाल बना हुआ है कि मदद कैसे पीड़ितों में वितरित की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इसराइल युद्ध के चलते करीब 23 लाख फलस्तीनियों में से ज्यादातर भूख का सामना कर रहे हैं, जिसमे बच्चे, महिलाये, बुज़ुर्ग शामिल है। उत्तरी घाजा पहले से पूर्ण अकाल का सामना कर रहा है।
अमेरिका हथियारों की आपूर्ति नहीं करेगा
बाइडन ने बुधवार को कहा कि अमेरिका दो करीबी सहयोगियों के बीच तनाव बढ़ने के बाद आक्रामक हथियारों की आपूर्ति नहीं करेगा। फिर भी इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को कहा, अगर हमें अकेले खड़ा होना पड़े, तो हम अकेले ही खड़े होंगे। मासूम बच्चो, महिलाओ बुज़ुर्गो की मौतों और भूख के बाद अमेरिका के हथियारों की सप्लाई रोकने के बाद भी इस्राइल अपनी ज़िद्द पर अड़ा दिख रहा है
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