हमले के बाद हवाई उड़ानों पर पड़ सकता है असर
update : बीते 13 जून को इस्राइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए। इसके बाद बीते 12 दिनों से दोनों देशों के बीच टकराव जारी है। इस्राइल को अमेरिका से भी समर्थन मिला और अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन ठिकानों पर हमले किए। ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डों पर पलटवार किया, जिससे तनाव गहराने की आशंका बढ़ी। हालांकि, अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इस्राइल और ईरान के बीच युद्धविराम को लेकर सहमति बन गई है। ट्रंप ने लिखा कि आधिकारिक तौर पर, ईरान युद्ध विराम की शुरुआत करेगा। इसके 12 घंटे बाद इस्राइल युद्ध विराम करेगा। 24 घंटे बाद 12 दिवसीय युद्ध का आधिकारिक अंत हो जाएगा, जिसे पूरी दुनिया सलाम करेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक युद्ध विराम के दौरान, दूसरा पक्ष शांतिपूर्ण और सम्मानजनक बर्ताव करेगा।
पश्चिम एशिया के तनावपूर्ण माहौल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'यह एक ऐसा युद्ध है जो कई वर्षों तक खिंच सकता था, और पूरे मध्य पूर्व को नष्ट कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, और कभी नहीं होगा!' ट्रंप ने ईश्वर से आशीर्वाद की कामना करते हुए लिखा, भगवान इस्राइल और ईरान को आशीर्वाद दें। भगवान मध्य पूर्व, अमेरिका और पूरी दुनिया को आशीर्वाद दें
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ईरान और इज़रायल के बीच सीज़फायर का श्रेय कतर को, ट्रंप को झटका
ईरानी अधिकारियों ने ट्रंप की भूमिका को किया खारिज
ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ईरान-इज़रायल युद्धविराम कतर की मध्यस्थता और प्रयासों का परिणाम है, ना कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की किसी पहल का।
ईरान की ओर से कहा गया
कतर ने पर्दे के पीछे डिप्लोमैटिक चैनलों के ज़रिए युद्ध विराम सुनिश्चित किया। ट्रंप प्रशासन ने इसमें कोई वास्तविक भूमिका नहीं निभाई।
यह बयान ऐसे समय आया है जब डोनल्ड ट्रंप ने अपने भाषणों में दावा किया था कि उनकी पहल से दोनों देशों के बीच युद्ध रुका है और उन्होंने इसे अपनी "डील मेकिंग" की जीत बताया था।
ईरानी राजनयिक सूत्रों के मुताबिक
अमेरिका ने युद्ध भड़काया, शांति नहीं लाई। अगर कोई श्रेय का हकदार है, तो वह कतर है जिसने मौन और सक्रिय भूमिका निभाई।।
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