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विद्युत कर्मी को नहीं मिला समुचित इलाज, पीएचसी प्रभारी हटाए गए

विद्युत कर्मी को नहीं मिला समुचित इलाज, पीएचसी प्रभारी हटाए गए

डिप्टी सीएम के निर्देश पर चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित

लखनऊ। 27 सितंबर : बलरामपुर के रेहरा बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में करंट से झुलसे बिजलीकर्मी अलगराम प्रजापति को समुचित इलाज न मिलने के प्रकरण को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है। आरोप हैं कि जिस समय मरीज इलाज के लिए पहुंचा था, उस वक्त प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. उत्कर्ष मिश्रा ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थे। मौके पर अन्य डॉक्टर व फार्मासिस्ट ने लाइनमैन को प्राथमिक उपचार मुहैया कराया। फिर रोगी को अन्य अस्पताल को रेफर कर दिया। रास्ते में लाइनमैन की मृत्यु हो गयी।

सोशल मीडिया से प्राप्त शिकायत का डिप्टी सीएम ने संज्ञान लिया। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को डॉ. उत्कर्ष मिश्रा रेहरा बाजार पीएचसी से हटाने के निर्देश दिए। पीएचसी के समस्त प्रभार सादुल्लाहनगर सीएचसी के डॉ. मंशा लाल को हस्तगत कर दिए गए हैं। डॉ. उत्कर्ष को मथुरा बाजार की पीएचसी में स्थानान्तरित किया गया है। डिप्टी सीएम के निर्देश पर सीएमओ ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। जिसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार चौधरी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रविनंदन त्रिपाठी, जिला मलेरिया अधिकारी राजेश कुमार पांडेय और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद कुमार मिश्र शामिल हैं। पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अन्दर तलब की है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी चिकित्साधिकारी के विरुद्ध शासन स्तर से भी कार्यवाही की जायेगी।

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एक बेड पर 3 रोगी, डिप्टी सीएम ने जताई नाराजगी

लोहिया के मातृ एवं शिशु रेफरल हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश, निदेशक हर 15 दिन में करें निरीक्षण 

लखनऊ। 27 सितंबर : लोहिया संस्थान के शहीद पथ स्थित मातृ शिशु एवं रेफरल हॉस्पिटल में बदइंतजामी पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने नाराजगी जाहिर की है। एक बेड पर तीन रोगियों को लिटाने का मामला सामने आया है। तीमारदार की शिकायत का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ने बदइंतजामी को दूर करने के निर्देश दिए हैं।

शहीद पथ स्थित मातृ शिशु एवं रेफरल हॉस्पिटल में महिलाओं और बच्चों को इलाज उपलब्ध कराया जाता है। एक तीमारदार ने हॉस्पिटल में एक बेड पर 3 रोगियों के लिटाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में तीमारदार ने फोटो भी संलग्न किये हैं।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए निदेशक को व्यवस्था सुधारने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाये। इस तरह की घटनाओं से सरकार की छवि धूमिल हो रही है। रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने में किसी भी तरह की लापरवाही ठीक नहीं है। पूरे प्रकरण की एक सप्ताह में जांच पूरी कर रिपोर्ट प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि निदेशक कम से कम 15 दिन में एक बार हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण करें। जो भी कमियां मिलें। उन्हें दूर करें।

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